गमगीन कहानी: माया और लूना moral story in hindi kahani

गमगीन कहानी: माया और लूना एक बार की बात है, पहाड़ियों में बसे एक छोटे से गाँव में माया नाम की एक युवती रहती थी। माया के पास सपनों से भरा दिल था और प्यार के लिए तरसने वाली आत्मा थी। वह हमेशा एक अंतर्मुखी लड़की रही थी, जो किताबों के पन्नों और संगीत की धुनों में सुकून ढूंढती थी। उसके दिन एक मौन तड़प से भरे हुए थे कि कोई उसे समझे, कोई उसके सुख-दुख को साझा करे। जैसे-जैसे साल बीतते गए, माया का एकांत और गहरा होता गया। उसने देखा कि उसकी सहेलियों को प्यार और साहचर्य मिला, जबकि वह पृष्ठभूमि में एक अकेली व्यक्ति बनी रही। उसने अपने अकेलेपन को एक मुस्कान के पीछे छिपाने की कोशिश की, लेकिन उसका दिल एक खामोश निराशा से छलनी हो गया। बरसात की एक शाम, जब माया अपनी खिड़की के पास बैठी थी, उसने देखा कि एक आवारा कुत्ता बारिश से बचने के लिए आश्रय खोज रहा है। उसकी आँखों में वही अकेलापन झलक रहा था जो उसने अपने भीतर महसूस किया था। माया ने कुत्ते को अपने विनम्र निवास में आमंत्रित करते हुए अपना दरवाजा खोला। उस छोटे से प्राणी में उसे एक मित्र मिला, एक साथी जो उसके अनकहे दर्द को समझ गया। दिन महीनों में बदल गए, औ...